कोरोना वायरस पर निबंध : Corona virus - एक वैश्विक महामारी

Ashok Nayak
1
नमस्कार दोस्तों ! इस पोस्ट को हमने कोरोना वायरस को समझाने के लिए एक निबंध के रूप में लिखा है। और इस प्रकार का निबंध संभवतः अवश्य ही भविष्य की परीक्षाओं में पूछा जाएगा। इस निबंध का नाम कोरोना वायरस पर निबंध : कोरोना वायरस - एक वैश्विक महामारी [ Coronavirus Essay In Hindi ] हो सकता है। तो आइए इस निबंध को पूरा करते हैं।


Table of Content (TOC)


कोरोना वायरस पर निबंध : Corona virus - एक वैश्विक महामारी  coronavirus essay in hindi, coronavirus essay in hindi 1000 words, coronavirus essay in hindi wikipedia, coronavirus essay in hindi 500 words , corona


यह ताज जो तूने पहना है , जिससे है तुझे तेरा नाम मिला , 
करके बीमारलेता है जान , क्या यही है तुझको काम मिला , 
आफत में हैं डाला दुनिया को , लोग नाम से तेरा डर रहे हैं , 
तुझसे संक्रमित होने वाले , अनगिनत लोग मर रहे है , 
आसान नहीं है इलाज तेरा , तो क्या इंसान हार जायेगा , 
तुझे जड़ से उखाड़ फेकेगा , मानवता को संवारजायेगा ।(alert-passed)

रूपरेखा : (1) वायरस का परिचय (2) कोरोना वायरस की उत्पत्ति कहाँ से हुई ? (3) कोरोना वायरस ( COVID - 19 ) क्या है ? (4) कोविड -19 बीमारी के लक्षण (5) कोरोना से बचाव के उपाय (6) कोरोना की भयावह स्थिति (7) क्या कोरोना वायरस से मृत्यु निश्चित होती है ? (8) निष्कर्ष 


(1) वायरस का परिचय

वायरस अकोशिकीय अतिसूक्ष्म जीव हैं जो केवल जीवित कोशिका में ही वंश वृद्धि कर सकते हैं । ये नाभिकीय अम्ल और प्रोटीन से मिलकर गठित होते हैं , शरीर के बाहर तो ये मृत - समान होते हैं परंतु शरीर के अंदर जीवित हो जाते हैं । ये इतने सूक्ष्म होते है कि इन्हें सामान्य आंख से नहीं देखा जा सकता । इन्हें देखने के लिए सूक्ष्मदर्शी की आवश्यकता होती है । 


(2) कोरोना वायरस की उत्पत्ति कहाँ से हुई ? 

कोरोना की उत्पत्ति सबसे पहले 1930 में एक मुर्गी में हुई थी और इसने मुर्गी के स्वसन प्रणाली को प्रभावित किया था और आगे चलकर 1940 में कई अन्य जानवरों में भी पाया गया । इसके बाद सन 1960 में एक व्यक्ति में पाया गया जिसे सर्दी की शिकायत थी । इन सब के बाद वर्ष 2019 में इसे दुबारा इसका विकराल रूप चीन में देखा गया जो अब धीरे - धीरे पूरे विश्व में फैलता जा रहा है । 


(3) कोरोना वायरस ( COVID - 19 ) क्या है ? 

विश्व स्वास्थ्य संगठन ( WHO ) ने कोरोना का नाम कोविड -19 ( COVID - 19 ) रखा है , जहां CO ' का अर्थ है कोरोना ( Corona ) , VI ' का अर्थ है वायरस ( Virus ) , ' D ' का अर्थ है डिसिस ( Disease ) और 19 ' का अर्थ है साल 2019 यानी जिस वर्ष यह बीमारी पैदा हुई । इस वायरस का सबसे पहले चीन के वुहान ' प्रान्त में देखा गया जो धीर - धीर पूरे विश्व में फैल चुका है । 

विश्व स्वास्थ्य संगठन ( WHO ) ने कोरोना वायरस को महामारी घोषित कर दिया है । कोरोना वायरस बहुत सूक्ष्म लेकिन प्रभावी वायरस है । कोरोना वायरस मानव के बाल की तुलना में 900 गुना छोटा है , लेकिन कोरोना का संक्रमण दुनियाभर में तेजी से फैल रहा है । और बहुत ही घातक वायरस है ।


(4) कोविड -19 बीमारी के लक्षण 

कोरोना के लक्षण 
  1. बुखार सर्दी और खासी 
  2. गले में खराश 
  3. शरीर में थकान 
  4. सांस लेने में दिक्कत ( सबसे प्रमुख )
  5. मांसपेशियों में जकड़न 
  6. लंबे समय तक थकान

कोविड -19 के लक्षण फ्लू से मिलते जुलते है । कोविड -19 / कोरोना वायरस में पहले बुखार होता है । इसके बाद सूखी खांसी होती है और फिर एक हफ्ते बाद सांस लेने में परेशानी होने लगती है । इन लक्षणों का हमेशा मतलब यह नहीं है कि आपको कोरोना वायरस का संक्रमण है । कोरोना वायरस के गंभीर मामलों में निमोनिया , सांस लेने में बहुत ज़्यादा परेशानी , किडनी फेल होना और यहां तक कि मौत भी हो सकती है । बुजुर्ग या जिन लोगों को पहले से अस्थमा , मधुमेह या हार्ट की बीमारी है उनके मामले में ख़तरा गंभीर हो सकता है । जुकाम और फ्लू में के वायरसों में भी इसी तरह के लक्षण पाए जाते हैं । 

तेज बुखार आना : अगर किसी व्यक्ति को सुखी खांसी के साथ तेज बुखार है तो उसे एक बार जरूर जांच करानी चाहिए . यदि आपका तापमान 99.0 और 99.5 डिग्री फारेनहाइट है तो उसे बुखार नहीं मानेंगे . अगर तापमान 100 डिग्री फ़ारेनहाइट ( 37.7 डिग्री सेल्सियस ) या इससे ऊपर पहुंचता है तभी यह चिंता का विषय है . 

कफ और सूखी खांसी : पाया गया है कि कोरोना वायरस कफ होता है मगर संक्रमित व्यक्ति को सुखी खांसी आना । इसके संक्रमण के फलस्वरूप बुखार , जुकाम , सांस लेने में तकलीफ , नाक बहना और गले में खराश जैसी समस्याएं उत्पन्न होती हैं । यह वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है । इसलिए इसे लेकर बहुत सावधानी बरती जा रही है । यह वायरस दिसंबर में सबसे पहले चीन में पकड़ में आया था । इसके दूसरे देशों में पहुंच जाने की आशंका जताई जा रही है । परन्तु अब यह विश्व के अधिकांश देशों में फैल चुका है । 

कोरोना से मिलते - जुलते वायरस खांसी और छींक से गिरने वाली बूंदों के जरिए फैलते हैं । कोरोना वायरस अब चीन में उतनी तीव्र गति से नहीं फैल रहा है जितना दुनिया के अन्य देशों में फैल रहा है । कोविड -19 नाम का यह वायरस अब तक 70 से ज़्यादा देशों में फैल चुका है । कोरोना के संक्रमण के बढ़ते खतरे को देखते हुए सावधानी बरतने की ज़रूरत है ताकि इसे फैलने से रोका जा सके । 

कोविड -19 की सक्रियता निम्न प्रकार के वर्ग आयुसमूह पर अधिक है ।

कोरोना वायरस पर निबंध : Corona virus - एक वैश्विक महामारी


(5) कोरोना से बचाव के उपाय

खुद को कोरोना से कैसे बचाएं कोरोना का संक्रमण बड़ी आसानी से फैल जाता है और इसकी अब तक कोई दवा नहीं मिली है , इस लिये इसे बहुत घातक रोग की श्रेणी में रखा गया है । कोरोना के मामले दिन प्रति दिन पूरी दुनिया में बढ़ते जा रहे हैं । डब्लू एच ओ ने इसे महामारी घोषित कर दिया है । इतिहास इस बात का गवाह है की हर 100 वर्ष पर दुनिया में कोई न कोई महामारी जरुर आती है । और इससे बचने का सबसे अच्छा उपाय है , बचाव । 

कुछ ऐसे कदम जो आप निजी तौर परले सकते हैं , जिससे आप खुद को इससे बचा सकते हैं । 
  1. हमेशा अपने हाथ धोएं । 
  2. अपने मुह हो बार - बार न छुएं । 
  3. सबसे 5 से 6 फिट की दूरी बना करचलें या रहें ।
  4. बहुत आवश्यक न हो तो घर से बहार न जाएं । 
  5. सार्वजनिक स्थानों पर जैसे की मॉल , बाज़ार , आदि जगहों पर न जाएं । 
  6. अपने रोग प्रतिरोधक क्षमता को बेहतर करो लोगों से हाथ न मिलाएं । 
  7. मास्क लगाना उस व्यक्ति के लिये आवश्यक होता है जो कोरोनासेग्रसित होता है , परंतु कई बार संक्रमित व्यक्ति को पता ही नहीं होता की उसे कोरोना है , इस लिये अपनी सुरक्षा अपने हाथ में मास्क अवश्य लगाएं ।
  8. रेलगाड़ी , बस , आदि सेयात्रा करने से बचें । 
  9. कम से कम 20 सेकेंड तक साबुन से हाथ धोना न भूलें ।

विश्व स्वास्थ्य संगठन ( WHO ) , पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड और नेशनल हेल्थ सर्विस ( एनएचएस ) से प्राप्त सूचना के आधार पर हम आपको कोरोना वायरस से बचाव के तरीके बता रहे हैं । एयरपोर्ट पर यात्रियों की स्क्रीनिंग हो या फिर लैब में लोगों की जांच , सरकार ने कोरोना वायरससे निपटने के लिए कई तरह की तैयारी की है । इसके अलावा किसी भी तरह की अफवाह से बचने , खुद की सुरक्षा के लिए कुछ निर्देश जारी किए हैं जिससे कि कोरोना वायरस से निपटा जा सकता है । 

लगभग 18 साल पहले सार्स वायरस से भी ऐसा ही खतरा बना था । 2002-03 में सार्स की वजह से पूरी दुनिया में 700 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी । पूरी दुनिया में हजारों लोग इससे संक्रमित हुए थे । इसका असर आर्थिक गतिविधियों पर भी पड़ा था । कोरोना वायरस के बारे में अभी तक इस तरह के कोई प्रमाण नहीं मिले हैं कि कोरोना वायरस पार्सल , चिट्टियों या खाने के ज़रिए फैलता है । कोरोना वायरस जैसे वायरस शरीर के बाहर बहुत ज़्यादा समय तक जिंदा नहीं रह सकते । 

कोरोना वायरस को लेकर लोगों में एक अलग ही बेचैनी देखने को मिली है । मेडिकल स्टोर्स में मास्क और सैनेटाइजर की कमी हो गई है , क्योंकि लोग तेजी से इन्हें खरीदने के लिए दौड़ रहे हैं । परन्तु सैनेटाइजर का उपयोग तभी करना चाहिए जब आप ऐसे स्थान पर है जहां पानी की सुविधा नही हैं या बार - बार हाथ धोना संभव नही है । इसके अलावा बहुत महंगे मास्क पहनना जरूरी नहीं है । इसके लिए घर पर बने मास्क , तौलिया या रुमाल से भी अपने मुंह को ढक सकते है । 


(6) कोरोना की भयावह स्थिति 

कोरोना से अब तक पूरे विश्व में 20 लाख से भी अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं और एक लाख से अधिक लोगों की जानें भी जा चुकी हैं । दुनिया के कुछ प्रभावशाली देश जैसे की अमेरिका , इटली , युएस , इसके चपेट में बुरी तरह आ चुके हैं और वहां रोजाना 1500 से अधिक जानें जा रही हैं । कोरोना ने पूरे विश्व के अर्थव्यस्था को हिला दिया है और भारत , फ्रांस , जर्मनी , स्पेन , इरान , आदि जैसे देश भी इसके चपेटे में आ चुके हैं । पूरे विश्व में इस विनाशकारी महामारी ने तबाही मचा रखी है । राहत की बात तो यह है की तमाम कोशिशों के बाद , अब तक इसकी दवा - कोरोना वैक्सीन बना ली गयी है।


(7) क्या कोरोनावायरस से मृत्यु निश्चित होती है ? 

नहीं , जरूरी नहीं की आपको यदि कोरोना है तो अब बचने की कोई उम्मीद नहीं है । सच यह है की जितनी जल्दी आपको इसका पता लगता है अपने नजदीकी अस्पताल जरुर जाएँ , क्योंकि इसका उपचार घर पर मुमकिन नहीं है और बाकी परिवार वाले भी संक्रमित हो सकते हैं । 


(8) निष्कर्ष- 

सतर्क रहें , स्वच्छ रहें , स्वास्थ्य रहें और कोरोना को समाप्त करने के लिए सरकार द्वारा जारी दिशा - निर्देशों का सख्ती से पालन करें । इससे पहले भी कई महामारी आई हैं , जिन पर हमने पूरी तरह से विजय हासिल की है और इसी तरह कोरोना को भी हम साथ मिलकर हराएंगे । दूसरों के चक्कर में पड़ने से अच्छा है अपनी रक्षा करें , यही काफी है । 

"घर पर रहे , सुरक्षित रहें"

सेंट्रल हेल्पलाइन नम्बर - + 91-11-23978046 
धन्यवाद 

तो दोस्तों, कैसी लगी आपको हमारी यह पोस्ट ! इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करना न भूलें, Sharing Button पोस्ट के निचे है। इसके अलावे अगर बिच में कोई समस्या आती है तो Comment Box में पूछने में जरा सा भी संकोच न करें। अगर आप चाहें तो अपना सवाल हमारे ईमेल Personal Contact Form को भर पर भी भेज सकते हैं। हमें आपकी सहायता करके ख़ुशी होगी । इससे सम्बंधित और ढेर सारे पोस्ट हम आगे लिखते रहेगें । इसलिए हमारे ब्लॉग “Hindi Variousinfo” को अपने मोबाइल या कंप्यूटर में Bookmark (Ctrl + D) करना न भूलें तथा सभी पोस्ट अपने Email में पाने के लिए हमें अभी Subscribe करें। अगर ये पोस्ट आपको अच्छी लगी तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करना न भूलें। आप इसे whatsapp , Facebook या Twitter जैसे सोशल नेट्वर्किंग साइट्स पर शेयर करके इसे और लोगों तक पहुचाने में हमारी मदद करें। धन्यवाद !

Post a Comment

1 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.

If you liked the information of this article, then please share your experience by commenting. This is very helpful for us and other readers. Thank you

If you liked the information of this article, then please share your experience by commenting. This is very helpful for us and other readers. Thank you

Post a Comment

Our website uses cookies to enhance your experience. Learn More
Accept !

Adblocker detected! Please consider reading this notice.

We've detected that you are using AdBlock Plus or some other adblocking software which is preventing the page from fully loading.

We don't have any banner, Flash, animation, obnoxious sound, or popup ad. We do not implement these annoying types of ads!

We need money to operate the site, and almost all of it comes from our online advertising.

×